ISRO अगले साल 2020 लौन्च्क करेगा CHANDERYAN-3 बंग्लोरू के पास बनाए जायेगे नकली गड्ढे
- Rajwinder singh
- Sep 23, 2020
- 2 min read
1. mission chanderyan-3 24.2 करोड़ की लागत के साथ बंग्लोरू से 216 किलोर्मीटर की दुरी पर स्थिंत नकली गड्ढे
2.चाँद की असली सतह पर बिना किसी दिकत के साथ उतारने के लिए लैंडर को गड्ढो पर practice करवाई जाएगी
chanderyan-3 मे भले ही ISRO के विज्ञानियों को सफलता न मिली हो,लेकिन अन्तरिक्ष अनुसन्धान केंद्र यानि ISRO अब (chanderyan-3) की तेयारी कर रहे है | इसे अगले साल यानि 2020 मे लांच किया जा रहा है | मिशन में रोवल और लैंडर को को भेजा जायेगा, जिससे चाँद के पास घूम रहे chanderyan-2 कके आर्बिटर के साथ सम्पर्क किया जा सके | चाँद के गड्ढो पर चंद्रयान-3 के रोवल और लैंडर अच्छे से उतर कर कम कर सके, इस लिए बंग्लोरू के पास नकली चाँद के गड्ढे तेयार किये जा रहे है | इन गड्ढो (FALSE CREATER) को बनाने में करीब 24.2 करोड़ रूपए की लागत आयेगी |
चाँद के लिए यह गड्ढे बंग्लोरू से 216 किलोमीटर दूर छ्ल्लाकेरे के पास उलार्थी क्वालू में बनाये जा रहे है| एक media की रिपोर्ट के मुताबिक गड्ढो को तेयार करने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है | सितम्बर की शुरुआत तक COMPANY कर लेगी | यह गढ़े 10 मीटर व्यास और 4 मीटर गहरे होंगे| चाँद की सतह पर उतरने से पहले लैंडर और रोवल PRACTICE करेगे ता कि उन्हें उतरते समय कोई परेशानी न हो | साथ ही उसमे लैंडर और रोवेल और रोवल का परफॉरमेंस टेस्ट किया जाएगा |
इस मिशन में ज्यादातर PROGRAMS पहले से ही आटोमेटिक होंगे | इसके बीच लगे बहुत सारे सेंसोर्स लैंडर को यह बतायेगे कि लैंडिंग की टाइमिंग क्या होगी, गति क्या है, कोन सी जगह पर लैंडिंग सही रहेगी, लैंडर को पथरो से केसे बच कर जाना है | इन नकली गढ़ों पर लैंडर को 7 किलोमीटर की उचाई से उस नकली गड्ढो पर लैंडिंग करवाई जाएगी | जब chanderyan 2 किलोमीटर की दुरी पर होगा तब उसके सेंसोर्स काम करना शुरू कर देंगे | उनके अनुसार लैंडर अपनी गति दिशा और साईट चुनेगा | ISRO इस मिशन में कोई गलती न हो इस लिए ज्यादा से ज्यादा धियान दे रहा है | लैंडर का परिक्षण ISRO की SATELITE नेविगेशन एंड टेस्ट इस्तेब्लिश्मेंट कर रहे है |
अगर आप को हमारे दुवारा दी गयी जानकारी अगर अछी लगे तो इस पोस्ट शेयर जरूर करे| और SUSCRIBE करना मत भूले
धन्यवाद सहित
Comentários